भारतीय नौसेना दिवस। Indian Navy day.
भारतीय नौसेना दिवस 4 दिसंबर को । क्या इस दिन हमारी नौसेना बनी थी ? या कुछ और बात है खास , आइए जानते हैं।
क्यों मनाते हैं नौसेना दिवस?
नौसेना दिवस सन् 1971 की जंग में भारतीय नौसेना की पाकिस्तानी नौसेना पर जीत की याद में मनाया जाता है । 23 दिसंबर को भारतीय सेना पूर्वी पाकिस्तान ( अब बांग्लादेश ) में पाक सेना के खिलाफ जंग की शुरुआत कर चुकी थी । वहीं , ' ऑपरेशन ट्राइडेंट ' के तहत 4 दिसंबर , 1971 को भारतीय नौसेना ने कराची नौसैनिक अड्डे पर भी हमला बोल दिया था । इस युद्ध में पहली बार जहाज पर मार करने वाली एंटी शिप मिसाइल से हमला किया गया था।
यह हमला 4-5 दिसंबर की दरम्यानी रात में हुआ था और इसमें पाकिस्तानी जहाजों का काफी नुकसान हुआ था। पाकिस्तान पर नौसैनिक हमले को तेज करते हुए भारत ने 8-9 दिसंबर की रात ऑपरेशन ' पायथॉन ' को अंजाम दिया , जिसमें पाक नौसेना की रही सही कमर भी तोड़ दी गई। इस तरह ये जीत भारतीय नौसेना की बेहतरीन उपलब्धि थी। भारतीय नौसेना का इतिहास करीब 6500 साल पुराना है।
भारत के राष्ट्रपति ही भारतीय नौसेना को सुप्रीम कमांडर के रूप में चलाते हैं। भारतीय नौसेना दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी नौसेना है। इंडियन नेवी का झंडा समय के साथ - साथ बदलता गया। अभी इस्तेमाल हो रहे सफेद ध्वज पर एक लाल रंग का क्रॉस है , जिसके बीच में अशोक स्तंभ है और बाईं ओर के ऊपरी चौखाने में है हमारा तिरंगा झंडा।केरल में स्थित Indian Naval Academy ( INA ) भारत ही नहीं , बल्कि एशिया में सबसे बड़ी एकेडमी है।
फादर ऑफ इंडियन नेवी।
शिवाजी को ' फादर ऑफ इंडियन नेवी कहा जाता है । हिंदुस्तान में सबसे पहले नौ सेना की ताकत को उन्होंने ही पहचाना था। कोंकण और गोवा के समंदर की हिफाजत के लिए शिवाजी महाराज ने नौसेना पर खास ध्यान दिया था। शिवाजी के पास 500 के करीब समुद्री जहाज थे।