विश्व जैतून वृक्ष दिवस।
यूनेस्को की कार्यकारी बोर्ड की सिफारिश पर हर साल 26 नवंबर को विश्व जैतून वृक्ष दिवस ' यानी वर्ल्ड ऑलिव ट्री डे मनाने का फैसला किया गया। यह इसलिए किया गया ताकि जैतून के पेड़ों को बचाया जा सके।
जैतून के पेड़ की ऊंचाई।
जैतून का पेड़ एक सदाबहार पेड़ होता है। यह करीब 26 से 50 फीट तक बढ़ सकता है। इटली और ग्रीस के बाद सबसे ज्यादा ऑलिव ट्री स्पेन में होते हैं। दक्षिण अमेरिकी देशों में भी यह पाया जाता है। ऑलिव के सबसे बड़े पेड़ों को donkey olive और छोटे पेड़ों को bullet कहा जाता है। जैतून के पेड़ में गुच्छों में छोटे, सफेद फूल लगे होते हैं। फूलों की सुगंध अच्छी होती है।
इसके पेड़ की पत्तियां लम्बी, ऊपर की तरफ भूरापन लिए हुए हरी और नीचे की तरफ सफेद होती हैं। पकने के बाद जैतून के फलों से तेल निकाला जाता है।
जैतून के फल।
इसमें छोटे, ओवल साइज के फल लगते हैं, जो आमतौर पर लंबाई में लगभग 0.6 से 0.8 इंच तक हो सकते हैं। जैतून के पेड़ करीब 300 से 600 साल तक जीवित रह सकते हैं। यूरोप में जैतून के दो प्रकार के पेड़ पाए जाते हैं एक जंगली कांटेदार होता है और दूसरा बिना कांटे का होता है। जंगली छोटा या झाड़ी की तरह होता है और उसकी डालियों पर कांटे होते हैं।
दुनिया में सबसे ज्यादा ऑलिव ऑयल उत्पादक देश स्पेन है। फलों के रंग को देखकर इसके कच्चे और पके होने का अंदाजा लगाया जा सकता है - कच्चा फल हरा होता है और पके फल का रंग बैंगनी से काला होता है।