संगति का असर। प्रेरणादायक कहानी। Motivational kahani.
बुरे लोगो के साथ रहने से आपको लोग बुरा ही कहेंगे, क्योंकि जो लोग बुरे लोगो के साथ रहते है वो भले ही बुरे ना हो पर लोगो की नजर में बुरा ही लगते है। इसे हम विस्तार से समझते है।
दो राजा थे। दोनो में पक्की दोस्ती थी। दोनो एक दिन अपने सैनिकों के साथ जँगल में घूमने के लिए निकलते है। दोनों राजा आगे और सैनिक पीछे पीछे जा रहे थे। बातो बातो में दोनों राजा अपने सैनिकों से काभी दूर चला जाता है। कुछ दूर जाने के बाद उसे सुंदर तोता दिखता है। एक राजा ने दूसरे राजा से कहा, वो देखो कितना सुंदर तोता है। दोनो राजा उस तोते को देखने लगे। अचानक से वो तोता बोलने लगा। तोते ने कहा, खजाना। तोता खजाना खजाना करते हुए चिल्लाने लगा। उतने में ही कुछ लुटेरे वहां आते है। राजा के पास सैनिक भी नहीं थी तो दोनों ने भागने में ही अपनी भलाई सोचा।
भागते भागते उसे एक और तोता पेड़ पे बैठे हुए देखता है। वो तोता भी बोलने लगता है, इस बाजू जाओ दोनो। आप बच जाओगे। दोनो उस तोते के बताए रास्ते पर भागते हुए जाता है। वहां देखता है तो एक साधु का कुटिया था। दोनो उस कुटिया में जाता है। साधु दोनो को पानी पिलाता है। और वहां आराम करता है। फ़ी उस मे से एक राजा उस साधु से पूछता है। कि गुरुजी दोनी एक ही जीव है भीर भी दोनों में इतना अंतर कैसे ? फिर गुरुजी कहते है, ये संगति का असर है। वो तोता लुटेरे के साथ रहकर उसके जैसा सीखा है। और मेरे पास जो तोता है, वो मेरे साथ रहता है।
अगर आप बुरे लोगो के बीच रहोगे तो आपके अंदर उसके जैसे लक्षण दिखने लगेंगे। और देखा जाए तो ऐसा ही होता है। मेने बहोत बार ऐसा देखा है। बुरे लोगो के साथ रहना इस से अच्छा है अकेले रहना। क्योंकि उसे तो बुरा कहेंगे उसके साथ साथ आपको भी बुरा समझेंगे।
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