यह एक Motivational story है। तो इसे पूरा और ध्यान से पढ़े। और इस चीज को समझने की कोशिश करे।
यह कहानी है दो मेंढ़क की। दोनों बड़े अच्छे दोस्त हुआ करते थे। जिसमें एक मोटा और एक पतला था। दोनों हमेशा साथ मे रहते थे। दोनों में पक्की दोस्ती थी। दोनों ने एक दिन जंगल से बाहर एक गांव में घूमने जाते है। दोनों मेंढ़क जंगल से बाहर एक गांव में पहोंच जाते है। एक घर के बाहर एक आदमी गाय से दूध निकाल रहा था। ये सब दोनों मेंढक देख रहे थे। वो आदमी बाल्टी में भरे दूध को वही छोड़ कर चला जाता है। दोनों मेंढ़क को लगा कि ये सफेद सफेद क्या है। दोनों दौड़ते हुए आये और उस दूध से भरे बाल्टी में कूद गए।
दोनों को वो दूध पसंद आये। वो दोनों अंदर देर तक तैरते रहे। उन में से एक नए कहा कि चलो अब वापस चला जाये। कहि और चलते है। दूसरे मेंढक ने कहा सही कह रहे हो। पर जैसे ही दोनों बाहर आने के लिए छलांग लगाई, पर दूध में दोनों ने पेर फिसल गई। दोनों बार बार कूदने की कोशिश कर रहे थे पर दोनों के पैर बार बार फिसल रहे थे।
एक मेंढक ने कहा कि हम ऐसे बाहर नही निकल सकते। हम इस मे फस गए है। एके काम करो तैरते रहो। कोना ना कोई हमे जरूर बचाएगा। दोनों ने तैरना सुरु किया। 2 घण्टे हो गए थे। पर कोई नही आया बचाने के लिए। उसमे एक मोटा मेंढ़क जो था उसने कहा मेरे से अब और तैरा नहीं जाएगा। वो बहोत थक गया था। दूसरे ने कहा तैरना चालू रख दोस्त वरना तू दुब जाएगा। पर उस से नहीं हुआ और वो दुब के मर गया। पर एक मेंढ़क ने तैरना चालू रखा। और लगातार दूध को हिलाने से उसमे मक्खन आने लगे। मक्खन आने की वजह है दूध थोड़ा गढ़ा होने लगा। और उसने छलाँग लगाने की कोशिश की और उसका एक पैर सही लगा और वो बहार निकल गया।
दूध से मक्खन बनता है पर समय जरुर लगता है। इस लिए महेनत का फल जरुर मिलेगा। पर समय लगेगा। आज सुरु किया और कल सफलता मिल जाएगी ऐसा नहीं होता। कोई भी काम मे वक़्त लगता है। इस बात को हमेशा ध्यान रखे।
मुझे उम्मीद है कि आपको यह Motivational story in hindi पसंद आई होगी। अगर पसंद आई हो तो अपने दोस्तो के साथ जरूर shere करे।
0 Comments