यह कहानी पुराने जमाने की बच्चे ने अपने पापा से पूछा के पापा इस दुनिया में खुश रहने का सीक्रेट क्या है। उसके फादर ने उसे कहा कि बेटा तुमने कम उम्र में बहुत ही बड़ा प्रश्न पूछ लिया है। इसका जवाब शायद ही मैं ढंग से दे पाऊं। यहां से दूर जो बड़ा सा पहाड़ दिख रहा है उस की चोटी पर शानदार महल बना है। वहाँ का रास्ता तुम्हे तय करना होगा। थोड़ा सा मुश्किल है। लेकिन तुम वहां पे पहोंच जाओगे तो तुम्हे मिलेंगे दुनियां के बुद्धिमान व्यक्ति।जो आपको बताएंगे कि दुनिया मे सीक्रेट रहने का मतलब क्या है ? तो उस बच्चे ने कहा में जाना चाहता हु। घर से खाना वनवाया सामान इकठ्ठा किया लम्बी यात्रा थी। यात्रा शुरू की। दो-तीन दिन के बाद बच्चा वहां पहुंच गया। जैसे तैसे पहाड़ी रास्ता पार कर के वह महल तक पहुंच गया। वहां की खूबसूरती को निहारते रह गया। उसे समझ ही नहीं आया कि वह वहाँ आया ही क्यों था। इतनी खूबसूरत जगह थी। शानदार महल बना था। नजारा बहुत ही सुंदर था। वह लड़का अंदर गया और जा करके पूछा कि सबसे बुद्धिमान व्यक्ति कहां है। किसने कहा कि उस बड़े कमरे के पीछे सभा लगी है वहां चले जाओ। बच्चा वहाँ पहुंचा तो देखा कि वहां एक और शानदार नजारा था। Music प्ले हो रहा था हल्का हल्का। अलग अलग तरीके के व्यंजन रखे हुए थे। खाने की टेबल सजी हुई थी। बहुत सारे लोग आए हुए थे। अलग-अलग व्यापारी आए हुए थे। और अपनी समस्या का हल जो बुद्धिमान व्यक्ति थे उससे जान रहे थे। वह भी शांत से लोगों की बात सुन रहे थे। और किसी को जवाब दे रहे थे। बच्चे ने बहुत इंतजार किया 3 - 4 घंटे के बाद उसका नंबर आया। जाकर के उस बुद्धिमान व्यक्ति को प्रणाम किया और पूछा मेरा एक सवाल है आप बताइए। इस दुनिया में खुश रहने का सिक्रेर क्या है। बुद्धिमान व्यक्ति ने उस बच्चे के बारे में और जाना उसे ध्यान से सुना। बेटा बहुत ही अच्छा लग रहा है इतनी कम उम्र में इतना बड़ा सवाल है जिसका जवाब जानना चाहते हो। कि खुश कैसे रहें। उसका सिक्रेट क्या है। किस चीज को फॉलो करना है। बुद्धिमान व्यक्ति ने कहा कि मैं आपके सवाल का जवाब दूंगा लेकिन उससे पहले एक काम करो ना। आप इस महल में आए हो मुझसे मिलने के लिए मेरे घर में आए हो तो एक बार मेरा महल तो देखो। एक बार जाकर के देखो कि जिस से मिलने आए हो उस व्यक्ति का घर कैसा है। घर समझो उसके बाद तुम्हें व्यक्ति समझ में आएगा। मैं तुम्हें कुछ भी कहूंगा और तुम यकीन कर लोगे ऐसा थोड़ी ना होता है। बच्चे ने कहा सही कह रहे हैं आप। बताइए क्या करना है महल घूमने जाना है मैं अभी जाता हूं। बुद्धिमान व्यक्ति ने उसे ठोकते हुए कहा जाना है लेकिन रुको। उसे एक चम्मच दिया और कहा मैं इसमें दो बूंद तेल गिरा रहा हूं । यह जो दो बूंद है तेल की यह गिरनी नहीं चाहिए। घूम करके आना लेकिन ध्यान रखना कि चम्मच में से तेल ना गिर जाए। बच्चे ने कहा बड़ी भारी भात है चलिए यह भी करके देखते हैं। बच्चे ने वह चम्मच लिया और चलने के लिए आगे बढ़ा।
बच्चा बहोत सम्भल के चल रहा था ताकि कम्मच में से तेल गिर ना जाये। बहोत घुमावदार सीढियां थी बहोत बड़ा महल था। पूरा घूम फिर के अच्छे से वापस आया। आधा एक घण्टा उसे लग गया। वापस उस बुद्धिमान व्यक्ति के पास गया और उनसे पूछा। बेटा केसा लगा महल। आपने वो बगीचा देखा जो हमने 10 सालो की मेहनत से हमने अलग अलग पौधे लगा के क्या शानदार बगीचा बनवाया है। आपने फूल देखी कितने सुंदर फूल लगे हुए है। और आपने हमारी लाइब्रेरी देखी उसमे इतनी शानदार किताबें है कि अगर कोई पढ़ ले तो दुनिया की ऐसी कोई समस्या नहीं है जिसका हल न मिले। आपने वो Penting देखी जो हमने बरामदे में लगवाई है। उस बच्चे को सब कुछ ऊपर से जा रहा था क्योंकि उसने कुछ देखा नहीं। क्योंकि उसका सारा ध्यान तेल की दो बूंदे में थी ताकि वो गिर ना जाये। ईमानदारी से बच्चे ने जवाब दिया कि माफ कीजियेगा। लेकिन मेने कुछ भी नहीं देखा क्योंकि मेरा ध्यान इस चम्मच की दो बूंद तेल में था कहि ये गिर ना जाये। आपने कहा था कि इसका ध्यान रखना है। बुद्धिमान व्यक्ति ने कहा अरे ये क्या बात हुई। एक बार फिर से जाओ। देख कर के आओ सब कुछ निहार के आओ। छोटा बच्चा फिर से गया। हर एक चीज को बारीकी से देखा। बहोत कमाल का सुंदर महल बना था। वो लड़का पूरा घूम कर के आया और कहा क्या महेल बनवाया है। आपतो ऐसे ही खुस हो जाते होंगे आपके पास तो सब कुछ है। अब मुझे बताइये की खुश रहने का सिक्रेट क्या है। सब बताऊंगा। पहेले ये बताओ की तेल की दो बूंदे कहाँ गई। बच्चे को पता चला कि तेल की दो बूंदे कब गिर गई मुझे पता ही नहीं चला। आपने महेल घूमने के लिए कहा था में महेल घूमने में इतना व्यस्त हो गया था कि तेल की दो बूंद कब गिर गई मुझे पता ही नहीं चला। बुद्धिमान व्यक्ति ने कहा बेटा यही है खुश रहने का सिक्रेट। पहले जब मैने भेजा तो तुम्हारा ध्यान इस तेल की दो बूंद पे था। आसपास क्या था तुमने कुछ देखा ही नहीं। और तुम्हे दूसरी बार भेजा तो तुम्हारा ध्यान आसपास की चीजों पर था सुंदरता पर था। तेल की दो बूंदे जो थी वो गिर गई। तुम्हारा बेसिक रूल था उन्हें तुम भूल गए। जिंदगी में खुश रहना चाहते हो तो यही है। दुनिया मे आपको जितनी खूबसूरती मिल जाये जो चाहते है वो सब मिल जाये लेकिन आप अपना बेसिक मत भूलियेगा। तेल की दो बूंद थी वो भी ध्यान रखनी थी और सुंदरता भी देखनी थी। बस यही से खुश रहने का सिक्रेट।
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